हर हर महादेव, प्रिय पाठकों! कैसे है आप लोग ,हम आशा करते है कि आप ठीक होंगे आज की इस पोस्ट मे हम कुछ प्रमुख सर्वकल्याणकारी मंत्रो के बारे में जानेंगे।
सर्वकल्याणकारी मंत्र ऐसा मंत्र होता है जो सभी के कल्याण, शांति, और सकारात्मक ऊर्जा के लिए प्रयोग किया जाता है। ऐसे मंत्र प्राचीन ग्रंथों में वर्णित हैं और उनके जाप से मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं।
प्रमुख सर्वकल्याणकारी मंत्र
प्रमुख सर्वकल्याणकारी मंत्र |
1. गायत्री मंत्र
ॐ भूर् भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो यो नः प्रचोदयात्।
अर्थ
हम उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी सविता (सूर्य) देव का ध्यान करते हैं। वह हमारे बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करें।
महत्व
यह मंत्र सर्वश्रेष्ठ और सर्वकल्याणकारी माना गया है।
इसे दैनिक रूप से जपने से मन शांत होता है, बुद्धि प्रखर होती है, और जीवन में सकारात्मकता आती है।
2. महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
अर्थ
हम त्रिनेत्र वाले भगवान शिव की पूजा करते हैं, जो सुगंधित और कल्याणकारी हैं। वे हमें जीवन-मृत्यु के बंधनों से मुक्त करें और अमरत्व का वरदान दें।
महत्व
यह मंत्र जीवन रक्षा और आरोग्य के लिए प्रभावी है।
इसे जपने से सभी प्रकार के भय और संकट दूर होते हैं।
3. शांति पाठ मंत्र
ॐ द्यौः शान्तिः अन्तरिक्षं शान्तिः
पृथ्वी शान्तिः आपः शान्तिः
ओषधयः शान्तिः।
वनस्पतयः शान्तिः
विश्वेदेवाः शान्तिः
ब्रह्म शान्तिः
सर्वं शान्तिः
शान्तिरेव शान्तिः
सामा शान्तिरेधि॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥
अर्थ
आकाश, अंतरिक्ष, पृथ्वी, जल, औषधियां, वनस्पतियां, देवता और ब्रह्म सभी में शांति हो। यह शांति हमें भी प्राप्त हो।
महत्व
यह मंत्र पूरे ब्रह्मांड के कल्याण और शांति के लिए है।
इसे जपने से परिवार, समाज और प्रकृति में शांति का संचार होता है।
4. हनुमान चालीसा
हनुमान चालीसा का नियमित पाठ भी सर्वकल्याणकारी माना गया है।
यह संकटमोचक और मनोबल बढ़ाने वाला है।
5. ॐ मंत्र
ॐ
अर्थ
ॐ ब्रह्मांड की आद्य ध्वनि है और सृष्टि का आधार है।
महत्व
यह सबसे सरल और प्रभावी मंत्र है।
इसे जपने से मन और आत्मा को शांति और ऊर्जा मिलती है।
सभी मंत्रों में गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र सबसे अधिक सर्वकल्याणकारी माने गए हैं। आप अपनी श्रद्धा और आवश्यकता के अनुसार इनमें से किसी भी मंत्र का जाप कर सकते हैं। मंत्र जपते समय मन की शुद्धि, श्रद्धा, और एकाग्रता बहुत आवश्यक है।
यदि आप नियमित रूप से इन मंत्रों का जाप करते हैं, तो न केवल आपका व्यक्तिगत कल्याण होगा, बल्कि आपके आसपास का वातावरण भी सकारात्मक और शांति से भर जाएगा।
नोट - कोई भी मंत्र बिना गुरुमुख से सुनें नहीं जपना चाहिए। हर मंत्र शक्तिशाली होते। इन्हें ऐसे ही नहीं जपना चाहिए। बिना गुरुमुख से सुनें यदि जप ज्यादा कर लिया तो कई बार इनके विपरित परिणाम भी हो सकते हैं।
इसलिए पहले इसे गुरु के मुख से सुनें और उसके बाद अपने जीवन मे शामिल करें।
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तो प्रिय पाठकों, कैसी लगी आपको पोस्ट ,हम आशा करते हैं कि आपकों पोस्ट पसंद आयी होगी। इसी के साथ विदा लेते हैं अगली रोचक, ज्ञानवर्धक जानकारी के साथ विश्वज्ञान मे फिर से मुलाकात होगी ,तब तक के लिय आप अपना ख्याल रखे, हंसते रहिए, मुस्कराते रहिए और औरों को भी खुशियाँ बांटते रहिए।
धन्यवाद ,हर हर महादेव
FAQs
मंत्रों से जुड़े सामान्य प्रश्न
1. देवता बुलाने का मंत्र कौन सा है?
देवताओं को बुलाने के लिए विशेष रूप से उनकी स्तुति के मंत्रों का उपयोग किया जाता है। उदाहरण:
गणेश जी- ॐ गं गणपतये नमः।
श्रीराम- श्रीराम जय राम जय जय राम।
श्रीकृष्ण- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
अपनी भक्ति से देवताओं को पुकारने का सबसे सरल तरीका है प्रेम और श्रद्धा से उनका नाम लेना।
2. कलियुग में श्रेष्ठ मंत्र कौन सा है?
कलियुग में हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे। मंत्र को सबसे प्रभावशाली माना गया है। यह मंत्र मन को शांति और मुक्ति दोनों प्रदान करता है।
3. गुप्त मंत्र कौन सा है?
गुप्त मंत्र वे होते हैं जो साधक को गुरु द्वारा दिए जाते हैं। इनमें से कुछ मंत्र सार्वजनिक नहीं किए जाते। लेकिन ॐ और सोऽहं को आत्मा के साथ जुड़ने वाले गुप्त मंत्र माना जा सकता है।
4. हिंदू धर्म में सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?
गायत्री मंत्र: ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।
यह मंत्र सभी वेदों का सार है और अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है।
5. असली गुरु मंत्र क्या है?
गुरु मंत्र वह होता है जो गुरु अपने शिष्य को प्रदान करते हैं। यह मंत्र व्यक्तिगत होता है और शिष्य की साधना और मनोस्थिति के अनुसार दिया जाता है।
6. सिद्धि प्राप्त करने का कौन सा मंत्र है?
सिद्धि प्राप्त करने के लिए ॐ नमः शिवाय और ॐ ह्रीं क्लीं नमः जैसे मंत्रों का अनुशासनपूर्वक जप करना लाभदायक होता है। इसके लिए नियमित साधना और ध्यान आवश्यक है।
7. चलते-फिरते कौन से मंत्र का जाप कर सकते हैं?
ॐ
श्रीराम जय राम जय जय राम
हरे कृष्ण हरे राम
ये मंत्र सरल हैं और चलते-फिरते जपने के लिए उपयुक्त हैं।
8. कलियुग में किसका नाम जपना चाहिए?
कलियुग में भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराम का नाम जपना सबसे श्रेष्ठ माना गया है। हरे राम हरे कृष्ण मंत्र को विशेष रूप से प्रभावी माना गया है।
9. विश्व में सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?
ॐ को ब्रह्मांड का मूल ध्वनि और सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। यह सभी मंत्रों का स्रोत है।
10. सबसे शक्तिशाली स्तोत्रम कौन सा है?
हनुमान चालीसा
विष्णु सहस्रनाम
ये स्तोत्र मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करते हैं।
11. "ॐ" शब्द कहां से आया है?
ॐ वेदों का मूल है और इसे ब्रह्मांड की उत्पत्ति की ध्वनि माना जाता है। इसे प्रणव मंत्र कहा जाता है और यह ब्रह्मा, विष्णु, और महेश का प्रतीक है।
12. क्या गायत्री मंत्र धन देता है?
गायत्री मंत्र व्यक्ति की बुद्धि और आत्मा को शुद्ध करता है। इसका प्रभाव सकारात्मक ऊर्जा लाता है, जिससे धन, शांति, और सुख प्राप्त हो सकते हैं।
13. दिव्य मंत्र क्या है?
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय को दिव्य मंत्र माना जाता है, क्योंकि यह भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने में सहायक है।
14. कौन सा मंत्र सभी इच्छाओं को पूरा करता है?
ॐ ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
यह मंत्र विशेष रूप से धन, सुख और सभी इच्छाओं की पूर्ति के लिए उपयुक्त है।
15. कल्याण मंत्र कौन सा है?
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः।
यह मंत्र सभी के कल्याण और शांति की प्रार्थना करता है।
16. सर्वात शक्तिशाली मंत्र कौन सा है?
ॐ नमः शिवाय
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं
ये मंत्र व्यक्ति को मानसिक, भौतिक और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करते हैं।
17. कौन सा मंत्र सभी मंत्रों का राजा है?
ॐ सभी मंत्रों का राजा है, क्योंकि यह ब्रह्मांड की मूल ध्वनि और ऊर्जा का प्रतीक है।
18. ब्रह्मांड मंत्र क्या है?
ॐ को ब्रह्मांड मंत्र कहा जाता है। यह ब्रह्मांड की उत्पत्ति, स्थिति और संहार का प्रतीक है।
19. पावरफुल मंत्र कौन सा है?
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
ॐ गं गणपतये नमः।
ये मंत्र शक्तिशाली और सरल हैं।
20. चमत्कारी मंत्र कौन सा है?
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
ॐ नमः शिवाय।
ये मंत्र चमत्कारी माने गए हैं और इच्छाओं की पूर्ति में सहायक होते हैं।
21. परम मंत्र कौन सा है?
ॐ
हरे राम हरे कृष्ण
ये मंत्र व्यक्ति को परम आनंद और मुक्ति प्रदान कर सकते हैं।