हर हर महादेव! प्रिय पाठकों, कैसे हैं आप लोग, हमें उम्मीद है आप अच्छे होंगे। आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे स्नान के बाद महालक्ष्मी मंत्र का 108 बार जाप करने से क्या लाभ होते हैं?
स्नान के बाद इस महालक्ष्मी मंत्र का 108 बार जाप करने से क्या लाभ होते हैं?
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स्नान के बाद इस महालक्ष्मी मंत्र का 108 बार जाप करने से क्या लाभ होते हैं? |
महालक्ष्मी मंत्र
ॐ श्रीं ब्रीं श्रीं, श्रीं महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी महेति। तन्नो लक्ष्मी:प्रचोदयात् ।।
यह मंत्र माँ महालक्ष्मी का शक्तिशाली बीज मंत्र है। यदि स्नान के बाद शुद्ध अवस्था में इस मंत्र का 108 बार जाप किया जाए, तो इसके कई आध्यात्मिक और भौतिक लाभ मिल सकते हैं।
लाभ
1. आर्थिक समृद्धि और धन की प्राप्ति
यह मंत्र माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करता है, जिससे आर्थिक समस्याएँ दूर होती हैं और धन, वैभव, तथा सुख-समृद्धि बढ़ती है।
2. नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता का नाश
इस मंत्र के नियमित जाप से घर और मन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। यह दरिद्रता, कर्ज और पैसों की तंगी को भी समाप्त करने में सहायक माना जाता है।
3. घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा
माँ लक्ष्मी केवल धन ही नहीं, बल्कि सौभाग्य और शांति भी प्रदान करती हैं। इस मंत्र के प्रभाव से घर-परिवार में शांति, प्रेम और सौहार्द बना रहता है।
4. भाग्य को मजबूत बनाना
यह मंत्र भाग्य को बलवान करता है और जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है। यदि कार्यों में सफलता नहीं मिल रही हो, तो इस मंत्र का जाप लाभदायक हो सकता है।
5. आध्यात्मिक उन्नति और आंतरिक शुद्धता
इस मंत्र का जाप करने से साधक का चित्त शांत होता है और आध्यात्मिक उन्नति होती है। यह मंत्र न केवल बाहरी बल्कि आंतरिक समृद्धि भी प्रदान करता है।
जाप विधि
- प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- माँ लक्ष्मी का ध्यान करते हुए इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
- यदि संभव हो, तो कमल या कुश की माला से जाप करें।
- जाप के बाद माँ लक्ष्मी को प्रणाम करें और श्री हरि विष्णु का स्मरण करें।
यदि इस मंत्र का नियमित रूप से जाप किया जाए, तो माँ लक्ष्मी की कृपा अवश्य प्राप्त होती है, और जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
FAQs
1. स्नान के बाद इस महालक्ष्मी मंत्र का जाप क्यों किया जाता है?
यह मंत्र माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। स्नान के बाद शुद्ध अवस्था में इसका जाप करने से इसका प्रभाव बढ़ जाता है।
2. इस मंत्र का 108 बार जाप करने से क्या लाभ होता है?
यह मंत्र धन-संपत्ति, सौभाग्य, शांति, और सफलता प्रदान करता है। इसके नियमित जाप से आर्थिक समस्याएँ दूर होती हैं और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
3. क्या इस मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है?
हाँ, लेकिन प्रातः स्नान के बाद और संध्याकाल में इसका जाप अधिक फलदायी माना जाता है। शुक्रवार और एकादशी तिथि को जाप विशेष लाभकारी होता है।
4. इस मंत्र का जाप करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु का ध्यान करें।
- यदि संभव हो, तो कमल या कुश की माला से जाप करें।
5. क्या इस मंत्र के जाप से धन की समस्या समाप्त हो सकती है?
हाँ, इस मंत्र का नियमित जाप करने से आर्थिक कठिनाइयाँ कम हो सकती हैं और समृद्धि प्राप्त होती है, लेकिन इसके साथ उचित कर्म और परिश्रम भी आवश्यक है।
6. क्या इस मंत्र का जाप घर में कर सकते हैं?
जी हाँ, इस मंत्र का जाप घर में पवित्र स्थान पर बैठकर किया जा सकता है। विशेष रूप से माँ लक्ष्मी के चित्र या मूर्ति के सामने दीप जलाकर जाप करना शुभ होता है।
7. इस मंत्र का जाप करते समय कौन से नियमों का पालन करना चाहिए?
- सात्विक आहार और विचार रखें।
- श्रद्धा और एकाग्रता से जाप करें।
- मंत्र का उच्चारण शुद्धता के साथ करें।
इस मंत्र का नियमित जाप करने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
तो प्रिय पाठकों, कैसी लगी आपको पोस्ट ,हम आशा करते हैं कि आपकों पोस्ट पसंद आयी होगी। इसी के साथ विदा लेते हैं अगली रोचक, ज्ञानवर्धक जानकारी के साथ विश्वज्ञान मे फिर से मुलाकात होगी ,तब तक के लिय आप अपना ख्याल रखे, हंसते रहिए, मुस्कराते रहिए और औरों को भी खुशियाँ बांटते रहिए।
धन्यवाद ,हर हर महादेव