OM का उच्चारण कैसे करें? (सही विधि) - OM से धन आकर्षित करने के 5 प्रमुख तरीके।
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OM का उच्चारण कैसे करें? (सही विधि) - OM से धन आकर्षित करने के 5 प्रमुख तरीके |
जय श्री कृष्ण प्रिय पाठकों, कैसे हैं आप? आशा करते हैं कि आप सुरक्षित होंगे, भगवान की कृपा आप पर बनी रहे। आज की इस post में हम जानेंगे OM का उच्चारण कैसे करें? व (सही विधि) - OM से धन आकर्षित करने के 5 प्रमुख तरीको की संपूर्ण जानकारी
OM का उच्चारण कैसे करें? व (सही विधि
OM (ॐ) का उच्चारण तीन ध्वनियों के मेल से होता है - A (अ), U (उ), और M (म)। इसे सही तरीके से उच्चारित करने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाएं।
1. शांत और पवित्र स्थान चुनें।
जहाँ शोर-शराबा न हो और आप आराम से बैठ सकें।
बैठने के लिए पद्मासन या सुखासन सबसे अच्छा है।
2. शरीर को सीधा रखें।
रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और आँखें बंद कर लें।
3. गहरी सांस लें और फिर धीरे-धीरे छोड़ें
सांस छोड़ते हुए अ ध्वनि से शुरुआत करें।
यह ध्वनि नाभि क्षेत्र से निकलनी चाहिए।
4. उ ध्वनि में रूपांतरित करें।
अ ध्वनि को धीरे-धीरे उ में बदलें।
यह ध्वनि छाती और गले के बीच से निकलती है।
5. म ध्वनि पर समाप्त करें।
अंत में म ध्वनि को होठों को बंद करके गूंजने दें।
यह ध्वनि सिर और मस्तिष्क में कंपन उत्पन्न करती है।
6. सम्पूर्ण मंत्र
एक साथ उच्चारित करने पर यह कुछ ऐसा होगा- AUM (अ-उ-म्)।
इसे धीरे-धीरे, शांति से और ध्यानपूर्वक उच्चारित करें।
7. पुनरावृत्ति करें
इस प्रक्रिया को 5, 7 या 11 बार दोहराएं।
OM से धन आकर्षित करने के 5 प्रमुख तरीके।
1. नियमित OM का उच्चारण
प्रतिदिन सुबह और शाम ॐ का उच्चारण करने से मानसिक शांति और सकारात्मकता बढ़ती है, जो धन के आकर्षण में सहायक होती है।
2. धन के देवता की पूजा।
लक्ष्मी और कुबेर की पूजा करते समय ॐ का उच्चारण करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
उदाहरण- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
3. ध्यान के साथ ॐ का उच्चारण।
ध्यान के दौरान ॐ का उच्चारण करने से मानसिक एकाग्रता बढ़ती है और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है।
जब मन शांत होता है, तो धन अर्जित करने के नए और रचनात्मक विचार उत्पन्न होते हैं।
4. वास्तु दोष निवारण।
घर या व्यापार स्थल में नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए ॐ का नियमित उच्चारण करें।
इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आर्थिक प्रगति में सहायता मिलती है।
5. धन आकर्षण के लिए मंत्र साधना।
ॐ श्रीं नमः या ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं नमः का नियमित जप धन को आकर्षित करने में सहायक होता है।
सफल लोग जो OM का उपयोग करते हैं।
1. सद्गुरु (जग्गी वासुदेव)
अपने ध्यान और साधना में ॐ का उपयोग करते हैं।
2. स्वामी विवेकानंद
उन्होंने ॐ को आत्मिक जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण माना।
3. महर्षि महेश योगी
उनके ध्यान कार्यक्रमों में ॐ का उच्चारण एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
4. योगानंद परमहंस
उन्होंने अपनी ध्यान साधना में ॐ के महत्व को समझाया।
5. दीपक चोपड़ा
आधुनिक युग के सफल लेखक और स्पीकर, जो ॐ को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं।
ॐ के नियमित अभ्यास से धन आकर्षित करने की सम्पूर्ण विधि।
धन आकर्षित करने के लिए ॐ (OM) का नियमित और सही अभ्यास करना अत्यंत लाभकारी हो सकता है। यह न केवल मानसिक शांति और सकारात्मकता को बढ़ाता है बल्कि आपकी ऊर्जा को भी धन प्राप्ति की दिशा में केंद्रित करता है। आइए जानते हैं इस प्रक्रिया को विस्तार से-
1. प्रारंभिक तैयारी (Preparation)
स्थान का चयन
शांत, स्वच्छ और पवित्र स्थान चुनें।
जहाँ कोई बाधा न हो और आप एकाग्रता से साधना कर सकें।
आसन का चयन
कुशासन, ऊनासन या कंबल का आसन प्रयोग करें।
पद्मासन, सिद्धासन या सुखासन में बैठें।
समय का चयन
प्रातःकाल (सुबह 4 से 6 बजे के बीच) और संध्याकाल (शाम 6 से 8 बजे के बीच) सर्वोत्तम हैं।
प्रतिदिन एक ही समय पर साधना करना लाभकारी होता है।
2. प्रारंभिक मंत्र और संकल्प (Initial Mantra & Resolution)
आँखें बंद करें और तीन बार गहरी सांस लें।
मन को शांत कर ॐ का उच्चारण करें।
संकल्प लें।
मैं धन, सुख और समृद्धि को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए यह साधना कर रहा हूँ। माँ लक्ष्मी और भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मैं अपनी साधना को पूर्ण निष्ठा से करूँगा।
3. ॐ का उच्चारण करने की विधि (Method of Chanting OM)
1. ॐ का उच्चारण 108 बार करें।
- अ (लम्बे स्वर में) – नाभि से निकलने दें।
- उ (मध्यम स्वर में) – छाती और गले के बीच से निकलने दें।
- म् (हल्की नाक की ध्वनि के साथ) – सिर और मस्तिष्क में गूंजने दें।
3. धीरे-धीरे उच्चारण करें और ध्यान दें कि ध्वनि पूरे शरीर में कंपन उत्पन्न करे।
4. प्रत्येक उच्चारण के बाद कुछ सेकंड का विराम लें और शांति का अनुभव करें।
4. ध्यान (Meditation)
ॐ का उच्चारण करने के बाद, ध्यान की अवस्था में बैठें।
अपनी ऊर्जा को नाभि केंद्र (मणिपुर चक्र) पर केंद्रित करें।
अब धीरे-धीरे ध्यान को हृदय केंद्र (अनाहत चक्र) और फिर आज्ञा चक्र (मस्तिष्क के बीच) की ओर ले जाएं।
इस प्रक्रिया से सकारात्मक ऊर्जा आपके पूरे शरीर में प्रवाहित होगी और आपकी ऊर्जा का स्तर बढ़ेगा।
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5. धन आकर्षित करने के विशेष मंत्र (Special Mantras for Wealth Attraction)
ॐ श्रीं नमः – माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए।
ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं नमः – धन, समृद्धि और सफलता के लिए।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः – आर्थिक स्थिति सुधारने और समृद्धि प्राप्त करने के लिए।
प्रतिदिन इन मंत्रों का कम से कम 108 बार जप करें।
माला का प्रयोग करना लाभकारी होता है।
माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने व धन प्राप्ति के लिए पढ़े उनकी दिव्य स्तुति-कनक धारा स्तोत्र
6. साधना के बाद की क्रियाएँ (Post-Meditation Activities)
अपनी साधना को समाप्त करने के बाद, भगवान को धन्यवाद दें।
अपने मन में यह विचार रखें कि धन और समृद्धि आपकी ओर आकर्षित हो रहे हैं।
अपनी साधना को ईमानदारी और विश्वास के साथ प्रतिदिन जारी रखें।
7. साधना के विशेष लाभ (Benefits of This Practice)
मानसिक शांति और एकाग्रता में वृद्धि।
नकारात्मक ऊर्जा का नाश और सकारात्मक ऊर्जा का संचार।
आर्थिक अवसरों को आकर्षित करने में मदद।
आत्मविश्वास और मानसिक शक्ति का विकास।
महत्वपूर्ण बातें (Important Points)
1. इस साधना को नियमित रूप से करें, बीच में न छोड़ें।
2. पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ साधना करें।
3. परिणाम तुरंत नहीं मिलते, धैर्य बनाए रखें।
FAQs
1. प्रश्न- ॐ का उच्चारण कब करना चाहिए?
उत्तर- प्रातःकाल (सुबह 4 से 6 बजे) और संध्याकाल (शाम 6 से 8 बजे) सर्वोत्तम समय हैं।
2. प्रश्न- ॐ का उच्चारण करते समय ध्यान कहाँ केंद्रित करना चाहिए?
उत्तर- नाभि केंद्र, हृदय केंद्र और आज्ञा चक्र (मस्तिष्क के बीच) पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
3. प्रश्न- क्या ॐ का उच्चारण धन आकर्षित करने में सहायक होता है?
उत्तर- हाँ, नियमित रूप से ॐ का उच्चारण मानसिक शांति, सकारात्मकता और ऊर्जा को आकर्षित करने में मदद करता है।
4. प्रश्न- ॐ का उच्चारण करने के बाद क्या करना चाहिए?
उत्तर- अपनी साधना को समाप्त करने के बाद भगवान को धन्यवाद दें और सकारात्मक ऊर्जा को महसूस करें।
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जय श्री कृष्ण!