वाराहपुराण में वर्णित,महर्षि गौरमुख रचित जनार्दन स्तोत्र क्या है?
हर हर महादेव प्रिय पाठकों, कैसे हैं आप लोग , आशा करते हैं कि आप …
हर हर महादेव प्रिय पाठकों, कैसे हैं आप लोग , आशा करते हैं कि आप …
जय माता दी प्रिय पाठकों, कैसे है आप लोग , हम आशा करते हैं कि आप …
कनक का अर्थ होता है सोना ,स्वर्ण और धारा का अर्थ होता है बर…
श्री गणेशाय नमः स्तोत्रम कस्य न तुष्टये प्रिय पाठकों इसका अर्थ …
गणपति नमो नमः हे वक्रतुण्ड (टेढ़े मुख वाले ), हे एक दन्त (…
श्री कृष्णः शरणं मम , श्री कृष्णः शरणं मम। राधे राधे !---प्रि…